व्यावहारिक अधिगम सिद्धांत (Behaviorist Learning Theory)
प्रतिपादक: थॉर्नडाइक, पावलॉव, स्किनर
मुख्य विचार:
- अधिगम व्यवहार में परिवर्तन है।
- यह प्रत्यक्ष अनुभव, अभ्यास, और पुरस्कार-दंड के माध्यम से होता है।
- मानसिक क्रियाओं को महत्त्व नहीं दिया जाता।
मुख्य सिद्धांत:
- Classical Conditioning (Pavlov)
- Operant Conditioning (Skinner)
उदाहरण: शिक्षक छात्र को सही उत्तर देने पर पुरस्कार देता है जिससे वह बार-बार सही उत्तर देना सीखता है।
संज्ञानात्मक अधिगम सिद्धांत (Cognitive Learning Theory)
प्रतिपादक: जीन पियाजे, ब्रूनर, गैग्ने
मुख्य विचार:
- अधिगम एक आंतरिक मानसिक प्रक्रिया है।
- यह स्मृति, सोच, समस्या समाधान, और समझ के माध्यम से होता है।
- ध्यान, ग्रहणशीलता, और पूर्व ज्ञान को महत्व दिया जाता है।
मुख्य अवधारणाएं:
- संज्ञानात्मक संरचनाएँ (Schemas)
- चरणबद्ध संज्ञानात्मक विकास (Piaget के अनुसार)
उदाहरण: छात्र नए ज्ञान को पूर्व जानकारी से जोड़कर समझता है।
सम्बन्धात्मक / संरचनात्मक अधिगम सिद्धांत (Constructivist Learning Theory)
प्रतिपादक: जीन पियाजे, लेव वायगोत्स्की
मुख्य विचार:
- अधिगम एक सक्रिय प्रक्रिया है जिसमें विद्यार्थी स्वयं ज्ञान का निर्माण करता है।
- सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भ का बड़ा प्रभाव होता है।
- Zone of Proximal Development (ZPD) महत्वपूर्ण अवधारणा है।
उदाहरण: बच्चा समूह में कार्य करके और सहयोग से नई अवधारणाएं सीखता है।
संरचनात्मक अधिगम सिद्धांत (Structuralist Theory) (अलग से कम प्रयोग में आता है, लेकिन संज्ञानात्मक से जुड़ा है)
प्रतिपादक: जीन पियाजे
मुख्य विचार:
- अधिगम मानसिक संरचनाओं के विकास पर आधारित होता है।
- अनुभव के साथ मस्तिष्क में जटिल संज्ञानात्मक संरचनाएं विकसित होती हैं।
- यह संरचनाएं अधिगम के लिए आधार बनती हैं।
टिप्पणी: यह संज्ञानात्मक दृष्टिकोण का ही एक भाग माना जा सकता है।
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मानवतावादी अधिगम सिद्धांत (Humanistic Learning Theory)
प्रतिपादक: कार्ल रोजर्स, अब्राहम मैस्लो
मुख्य विचार:
- अधिगम व्यक्ति-केन्द्रित होना चाहिए।
- यह आत्म-साक्षात्कार (Self-actualization) और व्यक्तिगत विकास की ओर उन्मुख होता है।
- भावनाएं, आत्म-सम्मान, और स्वतंत्रता का बड़ा महत्व है।
उदाहरण: शिक्षक विद्यार्थियों की रुचियों, आत्मविश्वास और आत्म-मूल्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षा देता है।
तुलनात्मक दृष्टिकोण (सारणी रूप में)
सिद्धांत | अधिगम की प्रकृति | प्रमुख तत्व | प्रतिपादक |
व्यावहारिक | बाहरी व्यवहार में परिवर्तन | अभ्यास, पुरस्कार, दंड | स्किनर, पावलॉव |
संज्ञानात्मक | आंतरिक मानसिक प्रक्रिया | सोच, स्मृति, समझ | पियाजे, गैग्ने |
सम्बन्धात्मक | स्वयं निर्माण की प्रक्रिया | सामाजिक संपर्क, ZPD | वायगोत्स्की |
संरचनात्मक | मानसिक संरचना का विकास | ज्ञान संरचना, अनुक्रम | पियाजे |
मानवतावादी | आत्मविकास और स्वाभाविक प्रेरणा | आत्म-सम्मान, रुचि | मैस्लो, कार्ल रोजर्स |