क्लासिकल कंडीशनिंग (Classical Conditioning) तथा ऑपरेन्ट कंडीशनिंग (Operant Conditioning)

क्लासिकल कंडीशनिंग

परिभाषा:
क्लासिकल कंडीशनिंग एक ऐसा सीखने का तरीका है जिसमें एक प्राकृतिक उत्तेजना (stimulus) को किसी नई उत्तेजना के साथ जोड़ा जाता है, जिससे एक नई प्रतिक्रिया विकसित होती है। इसे पहली बार इवान पावलॉव (Ivan Pavlov) ने अपने कुत्तों पर किए गए प्रयोगों से सिद्ध किया।

उदाहरण:
पावलॉव ने देखा कि जब भोजन दिया जाता है तो कुत्तों के मुंह में लार आती है (यह एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है)। फिर उन्होंने हर बार भोजन देने से पहले एक बेल बजाई। कुछ समय बाद, केवल बेल बजाने पर ही कुत्तों के मुंह में लार आने लगी, भले ही भोजन न दिया गया हो।

मुख्य घटक:

  • Unconditioned Stimulus (UCS): भोजन (जो स्वाभाविक प्रतिक्रिया लाता है)
  • Unconditioned Response (UCR): लार आना
  • Neutral Stimulus (NS): घंटी (शुरू में कोई प्रतिक्रिया नहीं होती)
  • Conditioned Stimulus (CS): घंटी (बाद में प्रतिक्रिया लाने लगती है)
  • Conditioned Response (CR): लार आना (घंटी पर)

 

उपयोग (Uses of Classical Conditioning):

फोबिया (Phobias) विकसित करना और उनका इलाज करना:

    • डर (जैसे ऊँचाई से डर, पानी से डर) अक्सर क्लासिकल कंडीशनिंग से विकसित होते हैं और थेरेपी (जैसे सिस्टमेटिक डीसेंसिटाइज़ेशन) से इलाज होता है।

विज्ञापन (Advertising) में:

    • किसी प्रोडक्ट को खुशी, सुंदरता या सफलता जैसे पॉजिटिव इमोशन्स से जोड़ दिया जाता है ताकि लोग उसे खरीदना चाहें।

शिक्षा (Education) में:

    • सकारात्मक भावनाएँ (जैसे शिक्षक की तारीफ) को पढ़ाई के साथ जोड़कर छात्रों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ाई जाती है।

चिकित्सा (Medical Therapy) में:

    • शराब या नशे की आदत छुड़ाने के लिए क्लासिकल कंडीशनिंग का उपयोग किया जाता है (जैसे, शराब पीने पर उल्टी कराने वाली दवा देना)।
  •  
    •  ऑपरेन्ट कंडीशनिंग (Operant Conditioning)

      परिभाषा:
      ऑपरेन्ट कंडीशनिंग एक ऐसा प्रक्रिया है जिसमें सीखने की प्रक्रिया को पुरस्कार (reward) या दंड (punishment) के माध्यम से नियंत्रित किया जाता है। इसे बी. एफ. स्किनर (B.F. Skinner) ने प्रस्तुत किया।

      उदाहरण:
      अगर एक चूहे को एक लीवर दबाने पर खाना मिलता है, तो वह बार-बार लीवर दबाने लगता है (यह पुरस्कार है)। यदि लीवर दबाने पर बिजली का झटका लगे, तो वह लीवर दबाना बंद कर देगा (यह दंड है)।

      मुख्य प्रकार:

      • Positive Reinforcement (सकारात्मक प्रेरणा): सही कार्य पर इनाम देना
      • Negative Reinforcement (नकारात्मक प्रेरणा): किसी कष्टदायक वस्तु को हटाना जब सही कार्य किया जाए
      • Punishment (दंड): गलत कार्य पर दंड देना जिससे वह कार्य न दोहराया जाए

      उपयोग (Uses of Operant Conditioning):

      1. व्यवहार सुधार (Behavior Modification):
        • बच्चों को अच्छे व्यवहार के लिए इनाम देकर और गलत व्यवहार के लिए दंड देकर सिखाया जाता है।
      2. शिक्षा क्षेत्र (In Schools):
        • छात्रों को अच्छे प्रदर्शन पर पुरस्कार या प्रमाण पत्र देकर पढ़ाई में बेहतर करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
      3. पशु प्रशिक्षण (Animal Training):
        • जानवरों को कमांड्स (जैसे कुत्ते को ‘बैठो’ कहना) सिखाने के लिए इनाम जैसे ट्रीट्स का उपयोग किया जाता है।
      4. कर्मचारी प्रबंधन (Workplace Management):
        • अच्छा काम करने वाले कर्मचारियों को बोनस या प्रमोशन देकर उनकी उत्पादकता बढ़ाई जाती है।
      5. न्याय व्यवस्था (Legal System):
        • अपराधियों को दंड या सुधार कार्यक्रमों से सही व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।

       

      तुलना तालिका (Comparison Table):

      विशेषता क्लासिकल कंडीशनिंग ऑपरेन्ट कंडीशनिंग
      1-स्थापक (Founder)  

       

      इवान पावलॉव (Ivan Pavlov)   बी. एफ. स्किनर (B.F. Skinner)
      2-प्रक्रिया   उत्तेजनाओं को जोड़कर प्रतिक्रिया उत्पन्न करना  

       

      व्यवहार को इनाम या दंड से नियंत्रित करना
      3-मुख्य घटक   UCS, CS, CR, UCR   Positive/Negative Reinforcement, Punishment
      4-प्रतिसाद का प्रकार   स्वतः प्रतिक्रिया (Involuntary)   स्वैच्छिक प्रतिक्रिया (Voluntary)
      5-उदाहरण   घंटी की आवाज़ से लार आना   सही बटन दबाने पर खाना मिलना
      6-प्रयोग में     प्रयुक्तजीव   कुत्ते (Dogs)   चूहे और कबूतर (Rats and Pigeons)

Leave a Comment